Saturday, August 29, 2009

एक दिन हम आसमान को


एक दिन हम आसमान को धरती पर ला देंगेमजबूत हैं कितने हमारे इरादे ये सबको दिखा देंगेइस देश की सरहद की तरफ बढ़ेगी जो बाजूउसे एक दिन जिस्म से उखाड़ देंगेइस देश की अमन चैन शांति को जो भी ललकारेगाएक ना एक दिन वो खुद ही हारेगाबुराई ना कभी आबाद हुई है ना ही कभी आबाद होगीएक दिन मेरे सपनो के भारत की शुरुआत तो होगीआतंक के साये तले जो अभी है हमारी ये खूबसूअरत कश्मीर वादीकभी तो वहाँ फिर अमन चैन और खुशहाली होगीरूकने ना पाएंगे अब ये बद्ते हुए कदमजब तक है सांस चलती रहेगी आतंक के खिलाफ अपनी ये जंगसरहदों से अपनी कभी ऊस पार हम ना जाएंगेआएगा जो कभी इस ओर कोई तो उसका नामो निशान मिटा देंगेएक दीं आसमान को धरती पर ला देंगेमजबूत हैं कितने हमारे हौसले ये सबको दिखा देंगे
आतंक के साये तले जो अभी है हमारी ये खूबसूअरत कश्मीर वादीकभी तो वहाँ फिर अमन चैन और खुशहाली होगीरूकने ना पाएंगे अब ये बद्ते हुए कदमजब तक है सांस चलती रहेगी आतंक के खिलाफ अपनी ये जंगसरहदों से अपनी कभी ऊस पार हम ना जाएंगेआएगा जो कभी इस ओर कोई तो उसका नामो निशान मिटा देंगेएक दीं आसमान को धरती पर ला देंगेमजबूत हैं कितने हमारे हौसले ये सबको दिखा देंगे घर घर में शिक्षा का दीप हम जगाएँगेहर किसी को शिक्षा मिले ये अपना इरादा हैअमन चैन शांति कर देंगे हर तरफ एक दिनअपना सबसे ये वादा हैराह मुश्किल है मंज़िलें दूर् नहीआतंक के आगे घुटने टेक दें इतने हम भी कमजोर नहीहर किसी के चेहरे पर सुकून की मुस्कान ला देंगेचाँद सितारों से एक दिन इस धरती को सजा देंगेएक दिन आसमान को धरती पर ला देंगेमजबूत हैं कितने अपने इरादे ये सबको दिखा देंगे
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