Sunday, December 13, 2020

पत्नी

अगर
पत्नियां बुरी होती है
तो लोग शादी क्यों करते हैं ?
अक्सर शादी शुदा लोग कहते हैं कि हम शादी करके फंस गए हैं, तू मत फंसना.
पत्नियां बुरी होती हैं, बेकार होती हैं, पति पर शक करती हैं, बात बात पर टोकती है.
पड़ोसी से बात तक नहीं करने देती.
अगर ऐसा है तो फिर बाकि लोग शादी क्यों करते हैं,
पत्नियां बुरी होती है, ये जानने के बाद भी.
कई लोग पत्नी की comparison लड्डू से करते हैं, खाओ तो गलत, न खाओ तो भी गलत.
कहते हैं जो खाये वो पछताए
जो न खाए वो भी पछताए
पत्नी की compare लड्डू से, बेवकुफ कहीं के,
शायद उन्हें ज़रा भी अक्कल नहीं है कि आखिर ये पत्नी है क्या, पत्नी की अहमियत क्या है ?
क्या पत्नी के बिना आपका घर संसार है क्या ?
एक लड़की, एक बेटी, अपना घर छोड़कर आपके घर आपकी पत्नी, घर की बहु बनकर आती है, और आप उन्हें बुरी कहते हो ?
बेशर्म कहीं के.
पूरा घर सम्भालती है आपका
आपके एक एक चीज का ध्यान रखती है
हर चीज गलत जगह से उठाकर, सही जगह रखती है
सम्पूर्ण जीवन आपके नाम तक कर देती हैं,
आपको बेटी/बेटे की सौगात देकर, आपका घर रोशन करती है.
आपको हर गलत कार्य करने से रोकती है.
अगर आप अकेले हो तो आपको पत्नी होने के बावजूद, आपको बहन भाभी माँ के जैसा प्यार देती है.
आपकी salary कम हो, तो भी वो चूं तक नहीं करती.
आपके बुरे वक़्त में, दुःख दर्द में साथ देती हैं
बीमार होने पर आपको बच्चे से भी बढ़कर प्यार देती हैं.
आपका पूरा घर परिवार सम्भालती है.
फिर भी कई बेशर्म लोग कहते हैं कि पत्नी बुरी होती है, गलत होती है, टोकती है
अरे, अगर आप
गलत काम करोगे तो आपको टोकेगी ही न ?
इसमें बुरा क्या है ?
इसमें फायदा किसका है?
आपका ही न ?
फिर आपकी पत्नी गलत या बुरी क्यों ?
पत्नी कोई लड्डू नहीं है पर
खुदा की वो नहिमत है, खुदा की वो अनमोल देन है, जो नसीब वालों को ही मिलती है
अगर आप शादी शुदा हैं
तो खुद को खुशकिस्मत समझिए, भाग्यवान समझिए
कि कोई तो आपकी care करने वाला है.
कोई तो आपका साथ देता है
वरना आपके mom dad
के बाद, आपको कौन पूछेगा
भाई, हिसांब कीजिये, कितने घर के भाई आज कल एक साथ रहते हैं,
आपकी बहन, जो शादी के बाद, ससुराल चली जायेगी
पत्नी नहीं तो अकेले ही रहोगे, पागल हो जाओगे, 
खुद के बाल नोचने लगोगे.
बीमार होंगे, bed पर होंगे तो कोई पूछने नहीं आएगा.
इसलिए हमेशा
पत्नी की respect करें, 
पत्नी को हर ख़ुशी दें
पत्नी बुरी नहीं बहुत ही भोली होती हैं, आपका हमसफ़र
आपकी जीवनसाथी
आपके दुःख सुख का साथी.
उम्मीद करते हैं
शादी शुदा लोग खुद को भाग्यवान समझेंगें, और अपनी पत्नी से कभी भी गलत बात या गलत व्यवहार नहीं करेंगें
पत्नी को लड्डू नहीं कहेंगें
क्योंकि पत्नी के सिवा
आपका घर नहीं संसार नहीं
और आप पत्नी के साथ के बिना, कुछ भी नहीं
कुछ भी नहीं
( Today's very very long topic कामयाब / खुशकिस्मत
पति पत्नी के लिए.)

Tuesday, June 16, 2020

पढ ना ले मेरा दर्द कोई
अल्फाज़ बदल लेता हूँ मै
अगर आँख मे नमी आये 
तो आवाज़ बदल लेता हूँ मै...एहसास

मुकम्मल तो होने दो.....

मुकम्मल तो होने दो...
इश्क़ में खुद को गिरफ्तार तो होने दो,
अपने जिस्म पे मेरा इख्तियार तो होने दो,
मोहब्बत यूँ ना ठुकराओं मेरी ये नाइंसाफी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

मेरे प्यार को जरा तैयार तो होने दो,
मेरी हदों को जरा सा पार तो होने दो,
अब तलक तुमने मेरी हद कहाँ नापी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

ठीक से अभी आँखों को चार तो होने दो,
मेरे इश्क़ का जुनून खुद पे सवार तो होने दो,
दिल की गहराइयों में अब तलक तू कहाँ झाँकी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

तुमहारी पलकों को मेरा इंतज़ार तो होने दो,
भीतर से हाँ बाहर से इंकार तो होने दो,
मेरी तन्हाइयों ने बस तेरी ही राह ताकी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

अपना दिल मेरी ओर फ़रार तो होने दो,
ज़माने की नज़रों में मुझे गुनहगार तो होने दो,
इश्क़ करना ग़र है गुनाह तो माफ़ी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है। एहसास

Sunday, June 7, 2020

जानती है

ग़र ये नहीं, तो फिर क्या होगी #मोहब्बत कहो,
वो काम के बीच मेरा #फ़ोन उठाना जानती है!

मौजूदगी में ही, #माहौल बनाना जानती है,
अपनी बाते भी झट से मनवाना जानती है!

जाहीर है मुझे उसकी #आँखों की चमक से,
के मुसीबत में भी वो #मुस्कुराना जानती है!

जान लेती है महज आवाज से परेशानी मेरी,
वो #लड़की मुझे #गले से लगाना जानती है!

सिर्फ उसे ही आता है यहाँ ये #जादूगरी करना,
उदासी जैसी भी हो वो मुझे #हँसाना जानती है!

उसके सामने चलता नहीं कभी कोई भी #बहाना,
वो मेरी #आँखे पढ़ लेती है, हर बहाना जानती है!

ग़र ये नहीं, तो फिर क्या होगी #मोहब्बत कहो,
वो काम के बीच मेरा #फ़ोन उठाना जानती है!! एहसास..💕

Dedicated to ......My all fans💕

तेरा आना मेरी जिंदगी में एक ख्वाब सा लगता है


तेरा आना मेरी जिंदगी में एक ख्वाब सा लगता है
ऐतबार नहीं है मुझे अपनी किस्मत पे एक धोखा सा लगता है
जब भी तुझे करीब पता हूँ एक सकून सा लगता है
फिर न जाने क्यों एक डर सा लगता है
तुझे पाकर जहाँ मुकमल सा लगता है
फिर भी न जाने कहीं एक कोना अधूरा सा लगता है
जमानो चले जिस के साथ हर एक पल का साथ
फिर भी न जाने क्यों यह सफर अधूरा लगता है
रहेंगे तलबगार तेरे सारी उम्र का है
फिर भी न जाने यह वादा अधूरा लगता है
देखे सारे ख्वाब हर ख्वाब को जिया हमने
फिर भी न जाने क्यों एक सपना अधूरा लगता है
कहीं तो कुछ खाली है कहीं तो कुछ अधूरा है
फिर भी न जाने क्यों तेरा साथ मुकमल लगता है..... एहसास